Short Story In Hindi With Moral:- हिंदी कहानिया काफी मजेदार होती है और कहानियों के भी काफी प्रकार होते है उनमे बच्चों के लिए कहानियां, Motivational Story, Moral Story, शिक्षाप्रद मजेदार कहानियां, पंचतंत्र की शिक्षाप्रद कहानियां, प्राचीन शिक्षाप्रद कहानियां होती है। ये कहानियां बड़े, बच्चें और बुजुर्ग वर्ग में अच्छे संस्कार ढाने का काम करती है। ये कहानियां अपने लक्ष्य के प्रति डटें रहने और अच्छी शिक्षा प्रदान करती जो जीवन में हरकिसी को उपयोगी आ सकती है।
जंगल की आग – Short Story In Hindi With Moral
एक हराभरा जंगल और वहा के सभी जानवर बड़े ही प्यार से रहते थे। एक दिन जंगल में पेड़ों की डालियाँ एक-दूसरे से टकराने से आग लग गयी और एक तोतेने यह आग देख ली और आग-आग कहकर चिलाने और सभी जानवरों बताने लगा।
तभी एक डरे हुए खरगोश ने कहा अब हम क्या करे? तब गरुड़ ने खरगोश को जवाब देते हुए कहा की अब हमे भागना चाहिए और यह कहकर खुद उड़कर चला गया।
पेड़ की डाली पर बैठा एक साप कहता है हम जैसे जीव भाग नहीं सकते हमे इसका सामना और उपाय निकालना होगा। तभी सभी प्राणी बोले हम सब आप की बातों से सहमत है।
बुद्धिमान शेर ने कहा, “हम सब साथ मिलकर इस आग को बुझा सकते है।” तभी सभी जानवर आग बुझाने की तरकीब सोचने लगे और कुछ बंदरों मिलकर एक टोकरी बनाई और बाकि जानवर उस टोकरी को उठाकर तालाब के पास लेकर गए।
तालाब में से दरयाई घोड़े ने उस टोकरी में पानी भरना शुरू किया और जब टोकरी भर गयी तो कुछ भैसोने उसे खींचकर आग के पास ले आये और बादमे कुछ हाथियों ने अपनी सूंड से उस पानी को आग पर डालकर आग बुझाने की कोशिश करने लग गए।
कुछ देर प्रयास करने के बाद भी आग ख़त्म नहीं हुए बल्कि हवा के वजहसे ज्यादा फैलने लग गयी और पानी भी ख़त्म हो गया तभी सभी जानवर ये होते हुए देख रहे होते है और बुद्धिमान शेर बोला हमे और ज्यादा पानी लगेगा इसीलिए कोई और उपाय ढूंढ़ना होगा तभी सभी जानवर उपाय खोजने में लग गए और उन्हें वह मिल गया।
ऊदबिलाव ने बांस काटकर उसमे छेद कर उसके पाइप बनाये और सभी जानवर मिलकर बांस को एक-दुसरेसे पाइप की तरह जोड़ने लग गए और उसे झरने के पानी तक लेकर गए।
कुछ ही देर बाद उन बांस की पाइप से झरने का पानी आने लगा तभी बंदरों ने हाथी पर बैठकर उस पानी को आग पर छोड़ना चालू कर दिया और कुछ देर बाद आग बंद हो गयी और सारे जानवर ख़ुशी से झूम उठे और कहने लगे अब हमारा यह घर सुरक्षित है।
सीख:-
इस कहानी से हमे यह सिख मिलती है की संकट काल में अगर हम सब साथ मिलकर काम करे उस संकट से आराम से बहार निकल सकते है।
तीर्थयात्रियों की कहानी – Short Story In Hindi With Moral
ये कहानी है तीर्थयात्रियों से भरी बस की जो सभी तीर्थ दर्शन करने के बाद वापस लौट रहे थे। पहाड़ी रास्ता था सभी भजन कीर्तन कर रहे थे और सुहाना मौसम था सब ठिक चल रहा था।
लेकिन अचानक से मौसम पलट गया तेज आंधी तूफान आया और आसमान घने काले बदल छागये तभी कुछ देर में जोर की बारिश होने लग गयी और साथ में बिजलिया कड़कने लगी और कुछ ही देर में सारा मौसम डरावना हो गया।
बस से धोड़ी दुरी पर एक बिजली आकर गिर गई और सारे लोग शांत हो गए और कहने लगे पता नहीं हमारे पाप भगवान ने शमा नहीं किये, हम तीर्थस्थल जाकर आ गए दर्शन कर आगये है।
ड्राइवर जो की बस को धीरे-धीरे आगे बठा रहा था तभी थोड़ी दूर पहाड़ पर एक और बिजली गिरी और अंदर बैठे लोगो को लगा की हमारा जीवन समाप्त होने वाला है और प्रभु ने हमें शमा नहीं किया हम तीर्थ दर्शन करके आये फिर भी हमारे पाप नहीं मिटे है।
ड्राइवर ने बस को साइड में लगा दिया और बस में बैठे लोगो के पास आगया और यात्रियों से कहने लगा, “मुझे ऐसा लगता है की बस में एक ऐसा व्यक्ति बैठा है जिसके पाप प्रभु ने अब तक माफ़ नहीं किये है लेकिन आज उसका जाना तय है।”
अब उस एक व्यक्ति के चक्कर में बस पर भी बिजली गिर सकती है और सभी की जान जा सकती है और मुझे ऐसा लगता है की एक-एक व्यक्ति उस पेड़ तक जाते है और पेड़ को छूकर वापस लौटते है और जो भी वह व्यक्ति होंगा जिसके पाप प्रभुने शमा नहीं किये उसपर बिजली गिर जाएंगी लेकिन बाकी सब की जान बच जाएंगी।
सब तीर्थयात्रियों ने हामी भरी और कहा एक के पाप के चक्कर में सभी क्यों मरे और एक-एक करके सभी लोगो ने जाना शुरू किया और डरते हुए सभी पेड़ को छूकर वापस आने लगे और किसी की जान नहीं गयी।
लेकिन एक आखरी व्यक्ति बचा था। जब वह सज्जन बस में से उतरा तो सभी लोग उसे घूरने लगे और ड्राइवर कहने लगा वह आपही जिसके वजह से आज तो जान पर बन आयी है।
वो भी व्यक्ति डरते हुए और भगवान का स्मरण करते हुए जाकर पेड़ को छुवा। तभी जोरदार बिजली गिरी लेकिन पेड़ पर नहीं बल्कि उस बस पर गिरी और सारे लोगों की जान चली गयी।
सिर्फ वह इकलौता व्यक्ति ऐसा था जिसकी वजहसे बस में के सब लोग सुरक्षित थे और जैसे वह बस से बहार आये सब की जान चली गयी।
सीख:-
हम मेसे बहुत सारे लोग दूसरे को जज करने लगते है। उनकी बुराइया ढूडने लगते है और कहने लगते है की इनकी वजहसे हमारी जिंदगी ख़राब हो गयी।
ये सोचो की हमारे साथ जो लोग जुड़ जाते है उनकी दवाओं और उनकी प्रेरणा की वजहसे आपके जीवन में भी अच्छा होने लगता है।
समय का महत्व – Short Story In Hindi With Moral
एक शेरनी गर्भवती थी और एक शिकारी उसकी जान लेने के लिए उसका पीछा कर रहा था और शेरनी अपनी जान बचने के लिए भाग रही थी तभी एक ढलान से दूसरे ढलान पर जब उसने कूद मरी तब उसने अपने बच्चे को जन्म दे दिया।
उसका बच्चा जहा निचे गिरा वह से एक भेड़ों का झुंड जा रहा था और वह बच्चा भेड़ों के बिच शामिल हो गया और उसे भेड़ों ने ही पाला पोसा अब वह बच्चा भेड़ों की तरह खुद को समझने लगा और उनके जैसे ही बन गया।
बच्चा डरता था जब कोई बड़ा जानवर आजाता था तो और किसी को देख लेता था जान बचा कर भाग लेता और छुप जाता था। अब कायरता उसके अंदर आती चली जा रही थी और वह भूल गया था की वह शेर का बचा है।
एक दिन उस भेड़ों के झुंड पर शेरों के झुंड ने हमला कर दिया तभी साड़ी भेड़े दौड़ने लगी और इस बच्चे ने तो दौड़ना भी नहीं सीखा था और बच्चा बिचारा अकेला रह गया तभी एक बूढ़ा शेर बच्चे के पास आया तो तब वह बच्चा रोने लगा और कहने लगा मुझे छोड़ दो मेरे दोस्त चले गए।
बूढ़ा शेर हसने लगा और बच्चे से बोला “तुम्हे क्यों खाएंगे तुम तो हमारे जैसे हो।” तब बचा बोला में आपके जैसा नहीं हूँ में भेड़ हूँ और मेरे साथी मुझे छोड़कर चले गए इसीलिए आप मुझे छोड़ दो बच्चा शेर की बात मानें को तैयार ही नहीं था।
तभी बूढ़ा शेर बच्चे को घसीटकर जंगल के तालाब की और लेकर गया और कहा देख अपनी परछाई को तुम और में एक जैसे दिखते है। बचा चौक गया और बूढ़े शेर से कहा में आप की तरह दीखता हूँ तब बूढ़ा शेर बोला हां और तुम मेरी तरह दहाड़ भी सकते हो मुझे दहाड़ के दिखावो तब बच्चा बोला मैंने दहाड़ना नहीं सीखा है।
बूढ़े शेर ने अपनी दहाड़ मारकर दिखाया की ऐसे दहाड़ा जाता है उसके बाद उस बच्चे ने जब दहाड़ मारी तो पूरा जंगल काँप गया उसकी दहाड़ से और वह इतनी तेज थी।
उस बच्चे को ख़ुशी हुई की वह भेड़ का नहीं बल्कि एक शेर का बच्चा है और वह भी बाकि शेरों की तरह अब दहाड़ दे सकता है।
सीख:-
हम सब कुछ करके दिखा सकते है बस हम दहाड़ना भूल गए है और हमने खुद किउ शक्तिओं को भेड़ों वाली समझ रखा है बल्कि हम शेरों वाली शक्तियां रखते है।