Life Changing Gautam Buddha Story In Hindi | गौतम बुद्ध की कहानी

Life Changing Gautam Buddha Story In Hindi हमे यह सिखाती है की कैसे गौतम बुद्ध एक राजा के पुत्र होने के बाद भी उन्होंने अपना राजकीय और सांसारिक सुख छोड़कर ज्ञान की खोज में तपस्या की जिससे उन्होंने लोगों के जीवन में होने वाले दुख, रोग, और मृत्यु के दर्शन ने उन्हें जीवन में होने वाले सत्य की ओर प्रेरित किया। उन्हें कई कठिन साधना के बाद गौतम बुद्ध ने बोधगया में ज्ञान प्राप्त किया और बुद्ध कहलाए। गौतम बुद्ध ने अहिंसा, करुणा, और मध्यम मार्ग का उपदेश दिया, जिससे लाखों लोग उनके अनुयायी बने और पुरे विश्वभर में बौद्ध धर्म का प्रसार हुआ।

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Life Changing Gautam Buddha Story In Hindi

1.अंगुलीमाल की कहानी

Life Changing Gautam Buddha Story In Hindi

एक समय की बात है जब अंगुलीमाल एक कुख्यात डाकू हुआ करता था और वह अपने किए हुए अपराधों का दंड भुगतने से बचने के लिए घने जंगल में छिप जाता है।

एक दिन गौतम बुद्ध भी उसी जंगल से जा रहे थे तभी अंगुलीमाल अचानक से उनके सामने आता है। गौतम बुद्ध अंगुलिमाल को देख शांति से पूछते की वह कहां जा रहा है। पर अंगुलीमाल गौतम बुद्ध को पहचान नहीं पाता और वह उन पर अपने हथियार से हमला करने की कोशिश करता है।

गौतम बुद्ध अपने ऊपर हमला होते हुए देखकर भी गौतम बुद्ध बिना डरे वे वही डटे खड़े रहते हैं। यह देख अंगुलीमाल चकित होता है और वह गौतम बुद्ध से पूछता है की वह जब उनपर हमला कर रहा था तब वे इतने शांत कैसे थे और वो भी बिना डरे हुए।

तभी गौतम बुद्ध जवाब देते है और शांत स्वर में अंगुलीमाल से कहते हैं, “सुनो मैं पहले ही यहाँ से जा चुका हूं।” अंगुलीमाल गौतम बुद्ध का उत्तर सुनकर वह उनके शांत स्वभाव से प्रभावित होता है और वह अपना डाकू जीवन त्याग कर गौतम बुद्ध का शिष्य बन जाता है।

सीख:-

यह कहानी हमे क्रोध पर नियंत्रण करना और जीवन में क्षमा के महत्व को सिखाती है। जीवन में भले ही कोई कितना भी पाप क्यों ना कर चुका हो पर उसके पास हमेशा सुधरने का मौका जरूर होता है।

2. चींटी शिक्षा

Life Changing Gautam Buddha Story In Hindi (2)

एक बार की बात है जब गौतम बुद्ध अपने शिष्यों को भिक्षा लेते हुए देख रहे थे। तभी एक शिष्य के भिक्षा पात्र में एक नन्हीं चींटी गिरी और वह बाहर निकलने के लिए बहोत संघर्ष करने लगी।

यह देख गौतम बुद्ध ने धीरे से एक पेड़ के पत्ते को लेकर चींटी को उस पर उठा लिया ताकि वह डूबने से बच जाए। तभी गौतम बुद्ध के बाजू में खड़े उनके शिष्य को यह देखकर आश्चर्य हुआ और उसने गौतम बुद्ध से पूछा, “भगवान आपको उस छोटी सी चींटी को बचाने की क्या आवश्यकता थी?”

गौतम बुद्ध अपने शिष्य की यह बात सुनकर उन्होंने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया, “संसार में सभी जीव अपने जीवन में दुख से बचना चाहते हैं और इसमें कोई छोटा या बड़ा नहीं होता।” अगर हमे किसी के भी दुखों में मदत करने का अवसर प्राप्त होतो यह हमे बेझिजक करना चाहिए।

सीख:-

यह कहानी हमे जीवन में सभी प्राणियों के प्रति करुणा और दया का भाव रखने का महत्व सिखाती है और इससे हमारे जीवन में महत्व प्राप्त होता है।

Life Changing Gautam Buddha Story In Hindi

3. दुःख का कारण

Life Changing Gautam Buddha Story In Hindi

एक बार की बात है महात्मा गौतम बुद्ध अपने शिष्यों सहित घनी पेड़ के छाव के निचे बैठे हुए थे। आसपास के बहुत से लोग अपनी मानसिक समस्याए लेकर गौतम बुध्द के पास आरहे थे और महात्मा बुद्ध उन सभी लोगों का बारी से उनके मानसिक समस्याओं का समाधान कर देते थे।

वही से कुछ देर बैठा एक दुखी भिकारी अपने भाग्य को कोसता हुआ सोचने लगा की अभी कुछ देर पहले तो यह सभी लोग दुखी मन से मुँह लटकाए उस महात्मा के पास गए थे और अब इतना खुश होकर कैसे वापिस लौट रहे है आखिर इन्हें ऐसा कोनसा समाधान मिल रहा है। अब वह दुखी भिकारी सोचने लगा की ऐसा क्या हो रहा है की यह सभी खुश होकर वापस लौट रहे है।

यह देखने के लिए वह दुखी भिकारी उस पेड़ के कुछ नजदीक गया और उसने देखा की महात्मा गौतम बुद्ध तो लोगों को प्रवचन देकर लोगों के दुखों का निवारण कर रहे है। यह देखकर उस भिकारी के मन में भी इच्छा हुई क्यों ना मई भी इस महत्मा को अपना दुःख बताकर समाधान पाउ और मुझे अपने दुःख का समाधान अवश्य ही मिलेंगा।

भिकारी अब महात्मा बुद्ध के सामने पहुंचा और हाथ जोड़कर महात्मा बुद्ध से बोला हे महत्मा बुध्द में भी लोगों की मदत करना चाहता हूँ और मुझे भी लोगों की मदत करने की बहुत इच्छा है लेकिन मैं कैसे मदत कर सकता हूँ। मैं बहुत गरीब हूँ और नाही मेरे पास कोई ऐसी चीज है जिससे में किसीकी मदत कर सकू और में कोशिश करने पार भी किसी की मदत नहीं कर सकता हूँ।

मुझे भगवान् इतना गरीब क्यों बनाया है और हे महत्मा मुझपर कृपा कीजिए। इतना बोलते ही वह भिकारी महात्मा बुद्ध के सामने रोने लगा तब महात्मा बुध्द ने उससे कहा “तुम बहुत ही अज्ञानी हो और तुम अबतक इस भ्रम में जी रहे हो की तुम्हारे पास कुछ नहीं है और जबकि की दूसरों को देने के लिए तुम्हारे पास बहुत कुछ है। तुम बिना धन और वस्तु के भी किसी की मदत कर सकते हों। तुम्हारे पास जुबान है जिससे तुम मीठे शब्द बोलकर किसी के चहरे पर तुम मुस्कान ला सकते हो।”

तुम अपने शब्दों की ताकद से किसी के भी टूटते हुए हौसलें को मजबूत कर सकते हों। इन शब्दों की शक्ति से तुम किसी के भी मन में सकारात्मक विचारों के बीज बों सकते हों और उसे गलत रास्ते पर जाने से रोक सकते हों और तुम अपने इन दों हाथों से किसी भी कमजोर या लाचार व्यक्ति की सहायता कर सकते हो। तुम्हारी यह दों आँखे किसी अंधे को रास्ता दिखा सकती है।

तुम किसी के लिए दुआं कर सकते हो या किसी के अच्छे स्वास्थ की कामना कर सकते हो। लेकिन अज्ञानता वश तुम अब तक इस बात को समझ नहीं पाए और इस बात के भ्रम में तुम अब तक जी पाए के तुम्हारे पास मदत करने के लिए कुछ नहीं है। किसी की मदत करने के लिए धन वस्तु का होना जरुरी नहीं है फिर भी बिना धन और वस्तु के भी हम लोगों की कई तरह से मदत कर सकते है।

महात्मा बुद्ध की यह ज्ञान बातें सुन भिकारी के चेहरे पर मुस्कान आगयी और वह ख़ुशी से झूमता हुआ वहा से चला गया।

सीख:-

महात्मा बुद्ध की छोटी सी कहानी से हमे यह सीख मिलती है की आजकल लोगं बहुत ही दुखी होते है की मेरे पास यह नहीं पर महात्मा बुद्ध कहते है पास जो भी है उसी में हमे संतुष्ट रहना चाहिए और बिना मतलब के हमे लोगों की मदत करना चाहिए। इन्हीं से हम सब को परम सुख की प्राप्ति होंगी।

आपको गौतम बुद्ध की कहानी कैसी लगी हमे कमेन्ट करके के जरूर बाताए और ऐसे ही अच्छी कहानिया Life Changing Gautam Buddha Story In Hindi पढ़ने के लिए Hindi Ki Story के साथ जुड़ते रहे ! आपका धन्यवाद !

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