Best Motivational Story For Students In Hindi:- क्या आपको को भी लगता है की आप अपने जीवन में कभी सफल नहीं हो सकते या आप कुछ कर नहीं सकते हो तो आप गलत हो क्यों की आप के जीवन में अगर बार-बार असफलताएं आये और आप उनके वजहसे अपने लक्ष्य को छोड़ दे तो ये गलत है। ये जो असफलताएं हमारे जीवन में आती है वह हमे हराने के लिए नहीं बल्कि हम किस वजहसे असफल हो रहे है ये सिखाती है।
इस लेख हम विद्यार्थिओं के लिए मोटिवेशनल कहानी छोटी सी लाए है जो अगर आप पढ़ोंगे के तो ये मोटिवेशनल कहानी आपको अपने लक्ष्य तक जरूर पहुंचाए और विद्यार्थी जीवन में जो असफलताएं आती है उसके वजहसे जो नेगेटिव विचार हमारे मन में बन ते है उसे भी निकाल देंगी ये मोटिवेशनल कहानी छोटी सी।
आलसी लड़का – मोटिवेशनल कहानी छोटी सी
ये कहानी है एक १६ साल के लड़के की जो एक ऐसा लड़का जिसकी कहानी हर तीसरे बच्चे से मिलती जुलती है। वो हर दिन ९ बजे स्कूल जाता फिर दोपहर २ ये ३ बजे घर वापस आता लेकिन घर आते ही किसी भी चीज का ठिकाना नहीं रहता।
घर आने के बाद बस मोबाइल देखते रहना और इसी आदत के वजहसे उसके ३ से ४ घंटे उसके कैसे बीत जाते उसको पता ही नहीं चलता था और जैसे ही शाम हो जाए हो अपने दोस्तों के साथ टाइमपास करने के लिए निकल जाता था और रात के १ या २ बजे वापस घर आता था।
उसके माता-पिता को भी लगता था की वह अपने दोस्तों के साथ पढाई नकारने जाता है। वो जब भी रात को घर वापस आता वह किसी को कुछ कहे बिना चुप चाप सो जाता और फिर सुबह ८ बजे उठ जाता था ये थी उस लड़के की दिनचर्या।
एक दिन वो शाम को अपने दोस्तों के साथ टाइमपास करने जा रहा था तभी उसके माता-पिता दोनों कुछ बात कर रहे थे तभी वह उनकी बाते चुपके सुनने लगा था और उसके माता-पिता उसके भविष्य के बारे में चर्चा कर रहे थे।
वो दोनों कह रहे थे देखना हमारा बेटा बड़ा होक आईएएस या आईपीएस ही बनेगा या उसकी जो मर्जी होंगी हम उसे वह बना देंगे और हमारा बेटा जिंदगी में कुछ ना बड़ा जरूर करेंगा और हमारा नाम रोशन कर देगा।
अब वो लड़का उसकी माँ और पिता की बाते सुनकर रोने लगा और सोचने लगा वो १२ भी पास नहीं हो सकता और मेरे माता-पिता ने इतने बड़े सपने संजोये रखे है। उस रात उसको नींद नहीं आयी और पूरी रात वह रोते रहा।
दूसरे दिन की सुबह हो गयी और वह छत पर चला गया और जिंदगी में पहली बार उसने उगते सूरज को देखा अब उसे सूरज को देखकर ऐसा लग रहा था की ये दिन उसके जिंदगी का पहला दिन है।
अब तक १६ साल बीत गए मेने अपने जिंदगी के पुरे बर्बाद कर दिए लेकिन कोई बात नहीं अब तक काटी है मेने जिंदगी बड़े आराम से पर अब मुझे जीना है कुछ अलग अंदाज से और उसी वक्त उसने ठान लिया की भविष्य में क्या होगा पता नहीं पर अब जो भी होगा वह बड़ा ही होगा।
एक्साम के ३ महीने बचे हुए थे तभी उसके अंदर से एक आवाज आरही थी की अब मुझे पढ़ना है। मुझे अपने माँ और पिता के लिए पढ़ना है और जिंदगी कुछ करना है कुछ बड़ा बनना है और ऐसे ही काम नहीं चल सकता है।
अब उस दिन से वह दिन के ८-१० घंटे पढाई करने लगा और उसके दिमाग में सिर्फ एक ही गोल था वो सिर्फ अब उसे पढ़ना है। कुछ दिनों बाद एग्जाम ख़त्म हुए और जब रिजल्ट आया तो सब शॉक हो गए की एक ऐसा लड़का जो खुद से पास भी नहीं हो सकता उसने एक्साम में ९०% मार्क लेकर आया था।
अब आगे चलकर उसने एक अच्छे कॉलेज में एडमिशन लिये और कॉलेज पूरा होने के बाद उसकी एक अच्छी सी नौकरी भी लग गयी और वह खुशी-खुशी रहने लगा था।
सीख:-
जो विद्यार्थी समझते है की वह अपने जिंदगी में कुछ नहीं कर सकते बस उनको अपने अंदर की आवाज को बाहर निकलकर अपने लक्ष्य के प्रति डटकर मेहनत करनी है।
गुरु और शिष्य – Best Motivational Story For Students In Hindi
एक बार की बात शिक्षक अपनी कक्षा में पढ़ा रहे थे और वे सभी विद्यार्थीयों से कोई न कोई सवाल पूछ रहे थे। तभी उन्होंने देखा की कक्षा में एक बच्चा बहोत ही उदास बैठा हुआ था मानो उसके साथ बहोत ही बुरा हुआ हो।
शिक्षक ने भी उस बच्चे को कुछ पूछा नही और ना कुछ कहा लेकिन ४-५ दिनों तक ऐसा ही चलता रहा तभी शिक्षक ने एक दिन उस बच्चे के पास जाकर पूछा की बेटा तुम इतने उदास क्यों बैठे रहते हो और दूसरे बच्चों की तरह तुम खुश नहीं रहते और किसी भी सवाल का जवाब नहीं देते हो।
उस लड़के ने शिक्षक से कहा की मेरे अथित में मेरे साथ कुछ बुरा हो गया था इसी वजहसे अब मेरा किसी भी चीज में मन नहीं लग रहा है और अब में कुछ भी कर लू दूसरे बच्चों की तरह खुश नहीं रह पा रहा हु।
शिक्षक ने उस बच्चे की बात को पूरा सूना और अगले दिन अपने बैग में शिकंजे बनाने का सारा सामान अपने साथ लेकर आये और सारे बच्चे जाने के बाद शिक्षक उस बच्चे के पास शिकंजे बनाने का सामन लेकर गए।
उस सामान से उस लड़के को एक ग्लास शिकंजे बनाकर दिया तब लड़के को लगा की सर ये सब मुझे खुश करने के लिए कर रहे है तभी सर ने लड़के की तरफ शिकंजे का ग्लास बढ़ाया और उसे पिने के लिए कहा और जैसे ही लड़के ने शिकंजे का एक घूंट पीया तो उसे शिकंजे में नमक ज्यादा लगा।
लड़के ने सर से कहा की इसमें नमक ज्यादा हुआ है तभी सर ने ठीक है लाओ में इसे फेक देता हु अब लड़के ने सर से कहा की सर इसे फेकने की जरुरत नहीं है इसमें थोड़ी शक्कर मिला देंगे तो यह खुद अच्छा हो जाएगा।
सर ने उस लड़के तरफ मुस्कुराते हुए देखा और कहा यही चीज में तुम्हे आज इस शिकंजे के बहाने समझने आया था। हमारी जिंदगी भी बिलकुल शिकंजे की तरह है और हमारे बीते कल में हमारे साथ जो दुःखद घटनाए हमारे साथ हुई है वो सब उस शिकंजे में मिली नमक की तरह है।
जब हमारे कल में बहुत कुछ बुरा हुआ हो जिसके वजहसे हमारी जिंदगी बिलकुल कड़वी हो जाती है तब हमे उसमे कुछ अच्छे पल मिलाने की जरुरत होती है। जिस तरह से शिकंजे में नमक ज्यादा हो गया था लेकिन उसमे शक्कर मिलाने के बाद वो मीठा हो गया उसी तरह हमे हमारे कल को भूल कर उसमे खुशी के पल मिलाने चाहिए ताकि हमारी बुरी यादें हमारे बुरे कल से भी अच्छी हो जाए।
सीख:-
जो हमारे कल में हुआ है अगर हम उसके वजहसे हमारे आज को ख़राब कर रहे है तो हम अपना खुद का ही नुकसान कर रहे है। इसीलिए ख़राब चीजों को भूलते हुए आगे बढ़ना चाहिए और जितना हो सके उतना जिंदगी के बारे में पॉजिटिव सोच रखनी चाहिए।
आपको Best Motivational Story For Students In Hindi कैसी लगी हमे कमेन्ट करके के जरूर बाताए और ऐसे ही हिंदी की मोटिवेशनल कहानी छोटी सी पढ़ने के लिए Hindi Ki Story के साथ जुड़ते रहे ! आपका धन्यवाद !
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