Short Motivational Story In Hindi Language | प्रेरक कहानी

Short Motivational Story In Hindi Language -जिंदगी में हर किसी के साथ सुख-दुःख आते है और हर एक व्यक्ति अपने जीवन के ऐसे पड़ाव से गुजरता है ही की तब उसे लगता है की बस अब नहीं होंगा तब हमें इस निराशा और बेचैनी से बाहर निकले के लिए खुद पर विश्वास रखने की जरुरत होती है।
इन सब से बाहर निकलने के लिए हमें मोटिवेशनल कहानियां मदत करती है और ये हमारी सोच बदलने वाली कहानी होती है जो हमे सिखाती है की जीवन में कभी हार नहीं माननी है और अपने लक्ष्य के प्रति डटे रहना चाहिए।

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सच्ची जीत की कहानी – Short Motivational Story In Hindi Language

Short Motivational Story In Hindi Language
सच्ची जीत की कहानी

एक बार की बात है एक सर क्लास में आते है और वह सारे स्टूडेंट्स की तरफ देखते है और फिर वो ब्लैकबोर्ड के बिच में चॉक से एक आड़ी लाइन खींच देते है।

सारे बचें यह देख रहे थे तभी वह बच्चों की तरफ देख कर बच्चों से कहते है की बच्चों ये जो मैंने बोर्ड पर आड़ी लाइन बनाई है और क्या इस क्लास में कोई बच्चा है जो इस लाइन को बिना मिटाये ही छोटी करके बता सके।

ये सुनने के बाद सारे बच्चें सोच में पड़ गए और अलग-अलग तरीकों से अपना दिमाग लगाने लगे और सर एक चेयर पर बैठ गए और सब बच्चों को आधे घंटे का टाइम दे दिया। सब बचें बैठे-बैठे अपना दिमाग लगा रहा थे लेकिन किसी भी बचें को समझ नहीं आ रहा था की उस लाइन को बिना मिटाए छोटी कैसे करे।

तभी उन सारे बच्चों में से एक लड़का उठकर आता है और वह बोर्ड के पास आकर खड़ा हो जाता है और वह उस लाइन को देखकर सोचने लग जाता है। सर और सारे बचें उस लड़के को देख रहे थे तभी उस बचें ने चॉक उठाया और उस लाइन के ऊपर उससे बड़ी एक और लाइन बना दी।

अब वह लाइन उस दूसरी लाइन के कम्पेयर में छोटी हो गयी थी कोई भी इंसान उस पहले वाली लाइन को देखकर कह सकता था की वह लाइन छोटी है इस तरह से लड़के ने उस लाइन को बिना मिटाये ही छोटी कर दिया।

सर ने उस लड़के तरफ मुस्कुराते हुए देखा और उसे शाबासी देते हुए वेरी गुड कहा पर बाकी बच्चों को समझ नहीं आया था की सर ने जो लाइन बनाई है उसका मतलब क्या है?

सारे बच्चों ने सर से उन दोनों लाइन का मतलब पूछा तभी सर देखकर कहा, “बच्चों तुम आगे जिंदगी में जो भी बनोगे या जो भी काम करोंगे तो तुम्हे हर काम में तुम्हारा कॉम्पिटिटर मिलेगा और तुम्हे अगर अपने कॉम्पिटिटर के आगे निकल ना है तो तुम कभी भी ये मत सोचना की उसे पीछे कैसे करे या उसे छोटा कैसे करे बल्कि तुम अपनी प्रोग्रेस पर ध्यान देना इससे वो खुद ही पीछे छूट जाएगा।”

सीख:- इस कहानी (Short Motivational Story In Hindi) से हमे यह सीख मिलती है की जिंदगी में सच्ची जीत किसी दूसरे से आगे निकलने में नहीं बल्कि उनसे खुद और बेहतर बनाना होती है।

समय की कहानी – Short Motivational Story In Hindi

Short Motivational Story In Hindi Language
समय की कहानी

एक गांव में एक बूढ़ा किसान रहता था उसकी जिंदगी में एक बहोत बड़ी समस्या थी और समस्या यह थी की उसको एकलौता बेटा निकम्मा निकला और वह सारा दिन दोस्तों के साथ इधर-उधर घूमता कही भी एक पैसे का भी काम नहीं करता था।

इस बात से परेशान होकर उस बूढ़े किसान ने एक दिन उसे सबक सीखने की सोची और उसने अपने बेटे को बुलाया और कहा की जाओं अलमारी में मेरी घडी रखी है और उसे निकाल कर लेकर आओ तभी लड़का जाता है और उसे निकाल कर ले आता है।

किसान ने कहा, “इस घडी को बाजार लेकर जाओ और इसकी की कीमत पता करके आओ” अब लड़का घडी लेकर बाजार जाता है। उसने जगह-जगह इसकी की कीमत पूँछी तभी किसीने घडी की कीमत १०० रुपये तो किसीने २००, तो किसीने ५०० रुपये बताई।

शाम होते-होते लड़का वह घडी वापस अपने पिताजी के पास लेकर आया और उसने बताया की पिताजी इस घडी की कीमत किसी ने १००, २०० तो किसीने ५०० रुपये बताई तब किसान ने कहा ठीक है कोई बात नहीं अब तुम घडी रख दो और जाओ।

किसान का बेटा घडी रखके दोबारा वहा से चला जाता है और अगली सुबह किसान दोबारा अपने बेटे को बुलाता है और कहता है की मेरी घडी निकाल कर ले आओ तभी लड़का दोबारा जाता है और अलमारी से घडी निकालकर लाता है।

किसान ने लड़के से कहा, “एक बार फिर बाजार जाओ और घडी में जो समय हो रहा है उसकी कीमत पूछके आजाओ” और लड़के लो समझ नहीं रहा था की उसके पिताजी उससे क्या करवाना चाहते है और वह दुखी मन से वापस बाजार जाता है।

इस बार तो लोग उसपर हसने लगे और कुछ लोगोने उसका मजाक बनाया और लोगोने कहा की वह अजीब लड़का है कभी घडी की कीमत पूछता है तो कभी उसके समय की शायद इसकी मानसिक स्थिति खराब है और ये पागल होने वाला है। अब लड़का एकदम परेशान हो जाता है और समझमे नहीं आता की उसके साथ हो क्या रहा है और अंत में उसने घर जाने का मन बना लिया और घर जाता है।

घर जाते समय रास्ते में एक बड़े शेठ की दूकान थी जिसकी जिंदगी बहुत व्यस्त थी और उसे बड़ी मुश्किल से कुछ समय मिला जाता था। तब लड़के ने सोचा की क्यूना एक बार चलकर शेठ जी से पूछ लेते होसकता है की इन्हे पता हो। तो वह डरते हुए शेठ की दूकान गया और पूछा, “शेठ जी इस घडी में जो टाइम हो रहा है उसकी कीमत क्या है?”

शेठजी ने लड़के तरफ देखा और वह समझ गए की लड़का क्या पूछना चाहता है। उन्होंने लड़के को अपने पास बिठाया और बोला, “देखो बेटे इस घडी की कीमत होसती है पर इस घडी में जो समय हो रहा है ना उसकी कोई कीमत नहीं है।”

तुम दुनिया की सारी दौलत देकर भी एक सेकंड के लिए भी अपने बीते हुए समय में वापस नहीं जा सकते हो अब लड़के को पूरी बात समझ में आइ और वह समझ गया की उसके पिताजी उसको क्या बताना चाहते थे।

वो फौरन वहा से निकल लिया आँखों में आंसू ले जहा उसके पिताजी खड़े थे और उसका इन्तजार कर रहे थे और उस दिन से उस लड़के की पूरी जिंदगी बदल जाती है।

सीख:- इस कहानी (Short Motivational Story In Hindi) से हमे यह सीख मिलती है की हमें अपने जीवन में समय की कद्र करना सिखाती है और बताती है की समय हमारी परस्थिति से बलवान होता है।

एक पेंटर की कहानी – Short Motivational Story In Hindi

Short Motivational Story In Hindi Language
एक पेंटर की कहानी

ये कहानी है एक पेंटर की जो बहुत ही अच्छी पेंटिंग्स बनाया करता था। एक बार उस पेंटर ने एक पेंटिंग बनाई जिसके बाद उसको लगने लगा था की उसने आप ने जिंदगी की सबसे अच्छी पेंटिंग बनाई है और जिसमे कोई भी गलती नहीं थी।

पेंटर बहुत ही खुश हुआ और सब लोंगो को अपनी पेंटिंग दिखाने लगा और तभी उसने वह पेंटिंग अपने दोस्त को दिखाई और कहा की, “ये मेरी जिंदगी की सबसे अच्छी पेंटिंग है और जिसमे कोई भी गलती नहीं है।”

तभी उसके दोस्त ने कहा, “अगर की सच में इस पेंटिंग में कोई गलती नहीं है तो तुम इस पेंटिंग को एक चौराहे पर लगा दो” जहा से लोग आते-जाते हो और वहा एक बोर्ड लगा दो और उसपर लिख दो अगर आपको इस पेंटिंग में कोई गलती नजर आये तो वह उस पेंटिंग की गलती जगह पर एक काला निशान लगा दीजिये और उस पेंटर ने वैसा ही किया।

जब वो पेंटर शाम को वापस उस चौराहे पर अपनी पेंटिंग वापस लेने आया तो उसने देखा की उसके पेंटिंग पर इतने निशान थे की वह पेंटिंग पूरी काली हो गयी थी और वह पेंटर रोते हुए अपने उसी दोस्त के पास गया और उसको अपनी सारी बात बता दी और मुझे तो लगता था की इस पेंटिंग में कोई भी गलती नहीं है लेकिन लोगों ने तो इसमें बहुत सारी गलतियां निकाल दी।

ये सब सुनने के बाद उसके दोस्त ने उससे कहा की, “तुम एक और सेम पेंटिंग बनवाओ और उस पेंटिंग वापस उसी चौराहे पर रख देना और उसपर लिखना की इस पेंटिंग में आपको जहा पर भी गलती दिख रही है वहा सुधार कर दीजिये।”

उस पेंटर ने ऐसा ही किया और जब शाम हुई तो पेंटर अपनी चौराहे पर लगाई हुई पेंटिंग लेने गया तो उसने देखा की उस पेंटिंग में कुछ भी बदला हुआ नहीं था और वह पेंटिंग जैसे की वैसी ही थी पेंटर यह देखकर हैरान हो गया और उसने सारी बात अपने उस दोस्त को बता दी।

तभी उसके दोस्त ने उससे कहा की, “दोस्त इस दुनिया में गलतिया निकालने वाले बहुत मिलते है जो एक सेकंड में अछि चीज में भी गलती निकाल देते है और लेकिन अगर उनसे कहा जाए की गलती तो निकाल दी है आपने अब इसमें सुधार भी कर दीजिये तो कोई नहीं करता और कोई भी सामने नहीं आता है।”

सीख:- इस कहानी (Short Motivational Story In Hindi) से हमे यह सीख मिलती है की हमे लोगों की बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए क्यूंकि लोगों का काम ही है अच्छे को बुरा और बुरे को अच्छा बनाना इसीलिए हमे अपने लक्ष्य पर ध्यान देना चाहिए।

दो हीरों की कहानी – Short Motivational Story In Hindi

Short Motivational Story In Hindi Language
दो हीरों की कहानी

एक व्यापारी ऊंट खरीदने के लिए बाजार गया और उसे एक ऊंट पसंद भी आया फिर सौदा हुआ और उस ऊंट बेचने वाले को उसने पैसे दिए और ऊंट खरीद लिया।

ऊंट लेकर व्यापारी अपने घर आया और व्यापारी का एक बहोत ही ख़ास नौकर था जो व्यापारी का सारा काम संभालता था। उस नौकर को पता चला की नया ऊंट आया है और तभी उसने ऊंट की काठी को वह उतारी और वह परेशान हो गया की उस काठी के निचे उसे एक मखमली थैली मिली।

थैली लाकर जैसे ही उसने उसको खोला तो उसने देखा की उसमे हिरे थे और वह चौंक गया और दौड़ के व्यापारी के पास गया और कहने लगा, “मालिक आप सिर्फ ऊंट नहीं लाये हो आपतो ऊंट के साथ में मखमली थैली में बहोत सारे हिरे लाये हो।”

तभी व्यापारी ने कहा क्या कह रहे हो तो उसने दिखाया की देखों कितने अच्छे-अच्छे हिरे है और व्यापारी ने कहा इस थैली को वापस बांधो में इसे देकर आता हूँ और तभी नौकर सोचने लगा की कितना बेवकूफ मालिक है अच्छा खासा माल हाथ में आया वह ये वापस करने जा रहा है।

उसने व्यापारी को समझाया की किसको क्या पता चलेगा और आप ऊंट खरीद के लाये बात यही ख़तम हो गयी और व्यापारी ने कहा की में उसे वापस लौटाने जाऊंगा तभी व्यापारी ने वह मखमल की थैली ली और वापस उस बाजार में गया और उस ऊंट वाले को ढूंढने लगा फिर बहोत ढूंढने के बाद वह ऊंट वाला मिला तो व्यापारी उसे कहा, “वो जो ऊंट मैंने आपसे ख़रीदा उसके काठी के निचे ये थैली मिली जिसमे बहोत सारे हिरे है।”

तभी वह ऊंट वाला व्यापारिको बोला, “क्या बात है तभी में सोचु की वह थैली किधर गयी मिल क्यों नहीं रही है और वह आपके साथ चली गयी थी।” थैली मिलाने के बाद वह ऊंट वाला बड़ा खुश हुआ और उसने व्यापारी से बोला की, “भैया में इन हीरों से एक हिरा आपकों देना चाहता हु और आपको जो हिरा पसंद आये आप उसे रख लो और व्यापारी ने कहा नहीं मुझे नहीं चाहिए में तो बस आपके हिरे वापस देने आया था।”

वह ऊंट वाला व्यापारी को हिरा रखने के लिए आग्रह करने लगा तभी व्यापारी ने कहा, “में पहलेही अपने पास दो हिरे रख चुका हु और जब उस ऊंट वाले ने यह बात सुनी तो उसे गुस्सा आया और उसे लगा की अब इस व्यापारी को मारना ही पड़ेगा” जिसने पहलेही दो हिरे अपने पास रख दिए और फिर भी उसने अपना गुस्सा शांत किया और उस मखमली थैली को निकाला फिर अपने सारे हिरे गिनना शुरू किये की हिरे पुरे है की नहीं और उसमे पुरे हिरे थे।

तभी उसने व्यापारी ने कहा की, “आप ये क्या कह रहे हो आपने कोनसे दो हिरे रख लिए है?”

व्यापारी बोला, “मेने जो दो हीरों को अपने पास रख लिए है उसमे पहला तो है ईमानदारी और दूसरा अपना आत्मसम्मान है।”

सीख:- इस कहनी (Short Motivational Story In Hindi) से हमे यह सीख मिलती है की जीवन में पैसा ही सब कुछ नहीं होता आपकी ईमानदारी और आपका आत्मसम्मान पैसों से भी बड़ा होता है।

FAQ Short Motivational Story In Hindi Language

  1. मोटिवेशनल स्टोरी क्या है?
    जिंदगी में हर किसी के साथ सुख-दुःख आते है और हर एक व्यक्ति अपने जीवन के ऐसे पड़ाव से गुजरता है ही की तब उसे लगता है की बस अब नहीं होंगा तब हमें इस निराशा और बेचैनी से बाहर निकले के लिए खुद पर विश्वास रखने की जरुरत होती है। इन सब से बाहर निकलने के लिए हमें मोटिवेशनल स्टोरी मदत करती है और ये हमारी सोच बदलने वाली कहानी होती है जो हमे सिखाती है की जीवन में कभी हार नहीं माननी है और अपने लक्ष्य के प्रति डटे रहना चाहिए।
  2. प्रेरक कहानी का क्या अर्थ है?
    प्रेरक कहानिया जो हमें अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए आत्मविश्वास और उत्साह भर देती है यही कहानिया हमें सिखाती है की अपने लक्ष्यों को कैसे प्राप्त करे और जिंदगी में आनेवाले कठिन समय सामना कैसे किया जाए।
  3. जीवन में प्रेरणा क्यों महत्वपूर्ण है?
    प्रेरणा हमे अपने जीवन में अपने लक्ष्यों तक बढ़ने के प्रोस्ताहन देती है और प्रेरणा के बिना हम अपने लक्ष्य तक नहीं पहुँच पाते है।

आपको Short Motivational Story In Hindi Language कैसी लगी हमे कमेन्ट करके के जरूर बाताए और ऐसे ही अच्छी कहानिया (Short Motivational Story In Hindi) पढ़ने के लिए Hindi Ki Story के साथ जुड़ते रहे ! आपका धन्यवाद !

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