1.
जन्म और प्रारंभिक जीवन:
भगत सिंह का जन्म २७ सितम्बर १९०७ में पंजाब के लायलपुर जिले के बंगा नामक गांव में हुआ था।
2. जलियाँवाला बाग हत्याकांड का प्रभाव:
13 अप्रैल, 1919 को हुए जलियाँवाला बाग हत्याकांड से भगत सिंह गहराई से प्रभावित हुए। इस घटना ने उनके क्रांतिकारी विचारों को मजबूत किया।
3. आज़ादी की लड़ाई में शामिल होना:
भगत सिंह ने पढ़ाई छोड़ दी और भारत की आज़ादी के लिए काम करने वाले संगठनों में शामिल हो गए। उन्होंने "नौजवान भारत सभा" की स्थापना भी की।
4. लाहौर षड्यंत्र:
भगत सिंह ने अपने साथी राजगुरु के साथ मिलकर ब्रिटिश पुलिस अधीक्षक सॉन्डर्स की हत्या की। उनका उद्देश्य क्रांति की आग को भड़काना था।
5. दिल्ली असेंबली में बम विस्फोट:
भगत सिंह और बटुकेशवर दत्त ने 1929 में दिल्ली की सेंट्रल असेंबली में बम फेंका। उनका इरादा किसी को नुकसान पहुँचाना नहीं था, बल्कि ब्रिटिश सरकार को जगाना था।
6.
भगत सिंह का जेल जीवन:
भगत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया और उन पर लाहौर षड्यंत्र और दिल्ली असेंबली बम कांड के लिए मुकदमा चलाया गया। जेल में रहते हुए भी उन्होंने क्रांतिकारी गतिविधियों में भाग लिया और भूख हड़ताल की।
7. शहादत:
भगत सिंह को राजगुरु और सुखदेव के साथ 23 मार्च, 1931 को मात्र 23 वर्ष की आयु में फांसी दे दी गई। उनकी शहादत ने पूरे देश में क्रांति की ज्वाला को और भड़का दिया।
8. विचारधारा और लेखन:
भगत सिंह सिर्फ एक क्रांतिकारी नहीं थे, बल्कि एक विचारक भी थे। उन्होंने जेल में रहते हुए कई लेख लिखे, जिनमें उनके क्रांतिकारी दर्शन और समाज के बारे में उनके विचार व्यक्त होते हैं।
वीर भगत सिंह
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