10 Lines Short Stories With Moral In Hindi:- ये कहानियां बच्चे और बड़ों के लिए अच्छी सीख देती है और हर किसी के जीवन में कहानिया होती है। इन कहनियों में कुछ कहानियां ऐसी होती है जो हमे जीवन में अच्छा मार्ग दिखाती है और अपने सपने को प्राप्त करने के लिए मदत भी करती है।
छोटी कहानी इन हिंदी के द्वारा सिखाई गयी शिक्षा पढ़कों को जीवन में उचित मार्ग पर चलना सिखाती है और हर के कहानी हमे कुछ ना कुछ सीख देती है जिससे हम अपने जीवन में बदलाव या परिवर्तन जरूर कर सकते है।
ईश्वर से मुलाकात
एक बच्चा ईश्वर से मिलना चाहता था। एक दिन बिना किसी को बताये वो निकल पड़ा और साथ में सैंडविच, जूस भी लिया थोड़ा आगे ही पहुंचा तो पार्क में एक बूढी महिला को देखा और वह जूस पिने ही वाला था की बूढी महिला पर उसकी नजर चली गयी।
जो उसे ही देख रही थी तभी बच्चे ने सैंडविच महिला की और बढ़ा दिया तो जवाब में महिला मुस्कुराई। उस महिला की मुस्कराहट इतनी पवित्र थी की बच्चे की इच्छा हुए की वह दुबारा ऐसे ही मुस्कुराए।
फिर बच्चे ने अपना जूस भी महिला को दिया तो महिला फिर मुस्कुराई इसे देख वह बचा अभिभूत हो उठा। दोनों पूरी दोपहर बिना बात किए बैठे रहे फिर दोनों ने खाना खाया और सिर्फ मुस्कुराते रहे।
शाम को जब बच्चा घर लौटने लगा तब वह गार्डन के गेट तक पहुंचा उसने महिला को पलट के देखा और भागते हुए उस महिला को गले लगाया। अब इस बार उस महिला की मुस्कराहट सबसे प्यारी थी।
जब वह बच्चा घर पहुंचा तो उसने अपने मम्मी से कहा “आज मैंने ईश्वर के साथ लंच किया और उसकी मुस्कराहट सबसे प्यारी है।” उधर बूढी महिला जब अपने घर पहुंची तो उसने अपने बेटे से कहा की “आज मैंने ईश्वर के साथ सैंडविच खाया।” वह बहुत छोटा और विनम्र है।
सीख:-
खुशिओं का कोई रास्ता नहीं है। खुश रहना ही एक रास्ता है।
हल आपके ही पास है
एक बार की बात है। एक बुजुर्ग एक गांव में रहता था उसके सफ़ेद बाल और दाढ़ी दिव्यता का आभास करते थे। पुरे गांव में उसी बुजुर्ग को सबसे बुद्धिमान माना जाता था।
लोग अपनी समस्याएं लेकर बुजुर्ग के पास आते और बुजुर्ग उनके समस्या का समाधान करते। अक्सर लोगों की समस्या भी एक जैसी ही होती थी। ऐसे एक दिन पूरा गांव अपनी समस्याए लेकर उन्हें घेर बैठा था।
उन्होंने एक चुटकुला सुनाया लोग ठहाका मरकर हसने लगे फिर पांच मिनट बाद उन्होंने वही चुटकुला दुबारा सुनाया तो इस बार कुछ लोग हसे तो कुछ मुस्कुराकर रह गए।
तीसरी बार बुजुर्ग ने वही चुटकुला फिर दोहराया तो गांव का एक भी शख्स मुस्कुराया नहीं, बल्कि हैरान होकर बुजुर्ग को देखने लगा तभी बुजुर्ग मुस्कुराया और बोला जब आप एक ही चुटकुले बार-बार हंस नहीं सकते तो रोज एक ही समस्या लेकर क्यों रोते हो?
बिना वजह आप सब दुखी होते हो अब समस्या लेकर आये लोगों को अपनी-अपनी परेशानिओं का हल मिल चुका था और वह सब मुसकुराते हुए अपने घरों को लौट गए।
सीख:-
जो वश में नहीं है उसके बारे में चिंता करने से कुछ भी नहीं होगा बल्कि हमेशा अपने दुःख का कारण बनेगा।
अच्छाई याद रखिए – 10 Lines Short Stories With Moral In Hindi
दो दोस्त रेगिस्तान से होकर गुजर रहे थे और दोनों के बिच में हंसी मजाक चल रहा था। पर अचानक मजाक तर्क-वितर्क में बदल गया और गुस्से में एक दोस्त ने दूसरे दोस्त को थप्पड़ मार दिया।
जिसे थप्पड़ पड़ा वह चुपचाप पीछे चलने लगा और कुछ देर बाद एक जगह दोनों थोड़ा विश्राम करने के लिए रुक गए। थप्पड़ खाया हुआ दोस्त चुपचाप था और रेत पर लिख रहा था की आज मुझे मेरे सबसे अच्छे दोस्त ने थप्पड़ मारा।
दूसरा दोस्त उसे देख रहा था लेकिन चुप रहा तभी रेगिस्तान हो गया और एक नदी आयी तभी दोनो ने सोचा नदी के पानी में नहा लेते है। दोनों नहा रहे होते है तभी थप्पड़ खाया हुआ दोस्त नदी के अंदर जाने की वजहसे पानी में दू रहा होता है।
तभी दूसरे दोस्त ने उसका हाथ पकड़कर उसको बाहर खींचा और उसकी जान बचता है। थप्पड़ खाया हुआ दोस्त फिर पत्थर पर लिखता है “आज मेरे सबसे अच्छे दोस्त ने मेरी जान बचाई।”
दूसरे दोस्त ने जब थप्पड़ मारे हुए दोस्त को इसका कारन पूछा तो उसने जवाब दिया “जब हमें कोई दुःख देता है तो उसे रेत पर लिख देना चाहिए, जिसे क्षमा की हवा आसानी से मिटा दे और जब कोई आपकेके लिए अच्छा करे तो उसे पत्थर पर उकेर देना चाहिए, जिसे चाहकर भी कोई ना मिटा सके।”
सीख:-
जिनसे जीवन में सार्थकता है। सिर्फ उन्ही बातों को महत्त्व दे।
जिम्मेदारी लेना सीखिए
एक कॉलेज में एक ही कक्षा के चार अच्छे दोस्त थे और वह चारों बहुत ही शरारती थे। एक रात चारों घूम रहे और बहोत मौज मस्ती कर रहे थे। तभी अगले दिन उन चारों की परीक्षा थी।
अब चारों की पढाई नहीं हुई थी तो परीक्षा से बचने के लिए चारों ने दिमाग लगाया और उन्होंने अपने कपड़ों पर तेल और ग्रीस लगा दिया। अब अगली सुबह जब वह चारों कॉलेज गए और उन्होंने टीचर से बोला की सर कल रात हम एक शादी में गए थे तभी अचानक से हमारे गाडी का टायर फैट गया।
देर रात तक हम चारों ने मिलकर गाड़ी को धक्का मारकर लेकर आये इसके लिए आज हम परीक्षा देने की अवस्था में नहीं है। तब टीचर बोले ठीक है तुम आराम करलो तुम चारों की परीक्षा तीन दिनों बाद होगी।
तीसरे दिन जब वह चारों जब टीचर के सामने थे तब टीचर बोले चलों तुम्हारी परीक्षा शुरू करते है पर चारों को अलग-अलग कमरोंमे बैठना होगा और जब एग्जाम पेपर उनके सामने आया तो उसमे दो सवाल थे।
प्रश्न १ -आपका नाम? (१ मार्क)
प्रश्न २ – गाडी का कोनसा टायर फटा था? (९९ मार्क)
विकल्प (अ) फ्रंट लेफ्ट (ब) फ्रंट राइट (क) बैक लेफ्ट (ड) बैक राइट
सीख:-
जीवन में कभी भी जिम्मेदारिओं से मत भागिए बल्कि उन्हें स्वीकार करना सीखियें।
समस्याओं से कैसे लड़े
शादी के बाद बेटी घर लौटी और अपने पिता से शिकायत करने लगी की जीवन के इस संघर्ष को वह सहन नहीं कर पाएंगी। पिता शांत भाव से अपनी बेटी की बाते सुन रहे थे और वह पेशे रसोइए थे।
पिता अपनी बेटी को रसोई में ले आये और पानी से भरे ३ बर्तनों को तेज आंच पर रख दिया जब तीनो बर्तनों में पानी उबलने लगा तो उन्होंने एक बर्तन में आलू तो दूसरे में अंडा और तीसरे में कॉफी बीन्स डाली और बिना कुछ कहे वह अपनी बेटी की बाते सुन भी रहे थे।
बेटी नाराज थी और वह समझ नहीं पा रही थी की पिता आखिर क्या कर रहे है। वो अपनी शिकायते सूना रही है और पिता बिलकुल चुप है तभी २० मिनट बाद पिता ने सारे बर्नर बंद कर दिए।
पिता ने बर्तन में से आलू, अंडे और कॉफी बीन्स को निकाला और एक कप में रख दिए और अपनी नाराज बेटी की तरफ मुड़कर पूछा की तुम्हे क्या दिखाई दे रहा है?
बेटी गुस्से में बोली आलू, अंडे और कॉफी और क्या?
पिता ने समझाया देखो आलू जो पहले इतना सख्त दिखाई दे रहा था वह अब उबलते पानी में कितना कमजोर हो गया है। अंडा जब तक संभव था बाहरी भाग से अंदर के आवरण की रक्षा करता रहा, तब तक वह अंदर से भी सख्त हो गया और कॉफी को देखो उसने तो उबलते पानी को ही बदल दिया।
पिता बोले मान लो तुम्हारी समस्याएं उबलता पानी है और अब तुम्हे तय करना है की तुम्हारा व्यवहार कैसा होना चाहिए, आलू जैसा या फिर कॉफी जैसा होना चाहिए।
सीख:-
आप समस्याओं के प्रति कैसे प्रतिक्रिया देते है और यही जीवन में मायने रखता है।
संघर्ष क्यों जरुरी है? – 10 Lines Short Stories With Moral In Hindi
एक शख्स एक पेड़ के निचे बैठा था तभी पेड़ से निचे एक कोकून आकर गिरा और उसमे से नन्ही तितली बाहर आने की कोशिश कर रही थी। ये सब वह व्यक्ति घंटो बैठे उसे देखते रहा।
कुछ देर बाद उससे रहा नहीं गया तो उसने तितली की मदत करने की सोची तभी उसके पास एक कैंची थी तो उसने कोकून के एक हिस्से को काट दिया ताकि तितली आसानी से बाहर आ सके पर तितली तो बाहर आ गयी लेकिन वह अविकसित थी।
तितली बिना एक पंख के और उसका पीछे का हिंसा कुछ फूल गया था पर अब तो वह तितली कभी उड़ नहीं सकती थी क्यों की उस व्यक्ति ने जब उस तितली को बाहर निकाला तो यह सोचा नहीं की संघर्ष भी जीवन की नेक प्रक्रिया है।
उसने तितली की मदत करके उसके संघर्ष को ही समाप्त कर दिया और ऐसा करके उसने तितली का जीवन हमेशा के लिए बर्बाद कर दिया क्यूंकि संघर्ष हमारी ताकद को बढ़ाता है और हमारे बच्चे भी तितली की तरह ही है।
सीख:-
संघर्ष भी जीवन का एक हिस्सा है और वही हमे संपूर्णता देता है।
गुस्से से कैसे जीते – 10 Lines Short Stories With Moral In Hindi
एक बच्चा था वो भी बहुत गुस्सैल और एक दिन उसके पिताजी ने उसे सबक सीखने के लिए उसे कीलों से भरी थैली दी और कहा की जब तुम्हे गुस्सा आये तो इसमे से एक कीला निकालकर सामने लगे बोर्ड में ठोक देना।
पहले ही दिन बच्चे ने बोर्ड पर ३७ कीले ठोक दी और वह धीरे-धीरे गुस्से पर काबू करना सीख गया। कुछ हफ्तों बाद वह अपने पिता के पास गया और बोला आज मुझे कील ठोकने की जरुरत नहीं पड़ी।
पिताजी बोले अब तुम एक काम करो जिस दिन तुम्हे गुस्सा ना आये उस दिन तुम जो बोर्ड पर किले ठोके है उन्हें वापस निकालना शुरू कर दो और ऐसे करके एक दिन बोर्ड पूरा खाली हो गया।
बेटे ने खुश होकर यह बात अपने पिताजी को बताई तो पिताजी उसको उस बोर्ड के पास ले गए और बोले देखो इन कीलों ने जिस तरह का नुकसान इस बोर्ड को दिया है उसी तरह हमारा गुस्सा सामने वाले व्यक्ति पहुंचता है।
जिस तरह ये बोर्ड अब कभी ठीक नहीं हो सकता है, ठीक वैसे ही गुस्से से जो नुकसान होता है उसकी क्षति पूर्ति कभी नहीं हो सकती है।
सीख:-
गुस्से से की गई हर शुरुवात का अंत शर्मिंदगी से ही होता है।
सुनहरा घर
एक पहाड़ी पर फार्म हाउस में एक बचा रहता और रोज वह भेड़ें चराने जाता पर हर सुबह रोज एक काम जरूर करता था। वह बच्चा अपने घर की खिड़कियों से दूर बने एक दूसरे घर कर जरूर देखा करता।
उस घर की खिड़कियां सुनहरी थी और उन्हें देखकर वह बच्चा कहता में एक दिन वहा जरूर जाऊंगा। एक दिन उसके पिता ने उसे कहा की आज भेड़े चराने में जाऊंगा तुम घर रहना और बच्चे को इसी दिन का इंतजार था।
पिता के जाते ही वह सुनहरी खिड़कियों के घर की तरफ निकल पड़ा और चलते-चलते उसे आभास हुआ की जिस घर को वह पास समझ रहा था वह असल में बहुत दूर था।
पहाड़ों, खेतों से होते हुए जब वह पहुंचा तो शाम हो चुकी थी पर बच्चे को वहा सुनहरी खिड़किओं वाला घर तो नहीं बल्कि एक पुराना घर जरूर दिखा और उसने घर का दरवाजा खटखटाया तभी बाहर उसी की उम्र का एक बच्चा बाहर आया।
उस बच्चे ने बड़ी उत्सुकता से दूसरे बच्चे को पूछा क्या तुमने सुनहरी खिड़किओं वाला घर देखा है तभी दूसरा बच्चा उसे अपने घर के अंदर ले गया और खिड़की के पास ले जाकर उसे दिखाया।
जैसे ही बच्चे ने खिड़की से उसने अपने घर को देखा तो वह स्तब्ध रह गया दूर कही उसका घर था और डूबती हुए सूरज के वजहसे सुनहरा चमकता था।
सीख:-
जो ईश्वर ने आपको दिया है बहुमूल्य है और उसकी किसी के साथ तुलना नहीं करनी चाहिए।
आपको छोटी कहानी इन हिंदी कैसी लगी हमे कमेन्ट करके के जरूर बाताए और ऐसे ही अच्छी कहानिया 10 Lines Short Stories With Moral In Hindi पढ़ने के लिए Hindi Ki Story के साथ जुड़ते रहे ! आपका धन्यवाद !